नई दिल्ली: Tata Motors ने घोषणा की कि Freight Commerce Solutions (Freight Tiger) में कंपनी ने अतिरिक्त 120 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे कंपनी का कुल निवेश बढ़कर 270 करोड़ रुपये हो गया है। जुलाई 2025 के बाद Tata Motors ने लगभग 3.8 बिलियन यूरो में इटली की कंपनी Iveco Group NV का अधिग्रहण किया था।
इंडिया का लॉजिस्टिक्स सेक्टर अभी भी काफी हद तक परंपरागत तरीकों पर चलता है। Freight Tiger में टाटा मोटर्स का बड़ा निवेश यह दिखाता है कि आने वाले समय में ट्रकिंग और सप्लाई चेन को AI और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से जोड़ा जाएगा। इससे डिलीवरी तेज, पारदर्शी और किफायती होगी। Freight Tiger जैसे डिजिटल फ्रेट प्लेटफॉर्म छोटे ट्रांसपोर्टर्स और MSMEs को सीधे डिजिटल नेटवर्क से जोड़ देंगे। नए ग्राहकों तक पहुंचने में आसानी होगी।
माल ढुलाई और सप्लाई चेन डिजिटल और AI-बेस्ड होगा तो हर फील्ड में नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। अब ट्रक या गाड़ी चलाने वाले लोग ही नहीं, ऐसे एक्सपर्ट्स की भी ज़रूरत होगी जो टेक्नोलॉजी संभालें। कंपनियों को ऐसे लोग चाहिए होंगे जो सॉफ्टवेयर और ऐप्स की दिक्कतें हल करें। ढुलाई से जुड़ा कितना सामान, कहां से कहां गया, कितनी देर में डिलीवर हुआ – ये सब डेटा देखकर समझने और उससे फैसले लेने वाले लोग चाहिए। ऐसे इंजीनियर जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए ट्रांसपोर्ट और रूटिंग को स्मार्ट बनाएं। सप्लाई चेन मैनेजमेंट के पूरे नेटवर्क (गोदाम, ट्रक, ग्राहक, स्टोर) को सही तरीके से मैनेज करें।
Tata Motors दुनिया भर में अपने बिज़नेस को फैलाने की तैयारी कर रही है। यूरोप में अपना बिजनेस मैनेज करने के लिए कंपनी ने नीदरलैंड में सहायक कंपनी खोली है। Tata ने इटली की कंपनी Iveco Group NV का अधिग्रहण किया है। AI-इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स का सीधा असर ट्रकिंग बिज़नेस पर पड़ेगा। टाटा मोटर्स डिजिटल लॉजिस्टिक्स से जुड़कर वे पूरे इकोसिस्टम पर पकड़ बना रहे हैं। इससे इंडिया का ट्रांसपोर्ट सेक्टर ज्यादा स्मार्ट और एफिशिएंट बनेगा।टाटा मोटर्स का कहना है कि यह निवेश सिर्फ टेक्नोलॉजी फंडिंग नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लॉजिस्टिक्स सेक्टर की पूरी तस्वीर बदलने की दिशा में कदम है।
