मेड इन इंडिया Volkswagen Virtus ने तीन साल में रचा इतिहास, बना सेडान का बादशाह

नई दिल्ली : Volkswagen Virtus ने भारत में अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं। जब 2022 में ज्यादातर कंपनियां SUV पर फोकस कर रही थीं, तब जर्मनी की कार निर्माता Volkswagen ने सेडान सेगमेंट में एंट्री लेकर बड़ा रिस्क लिया था। लेकिन अब यह रिस्क कंपनी के लिए बड़े फायदे का सौदा साबित हो रहा है। मई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, Virtus ने अपनी श्रेणी में 1,707 यूनिट्स की बिक्री के साथ चार अंकों का आंकड़ा पार करने वाली अकेली सेडान बन गई है।

Volkswagen Virtus ने प्रीमियम सेडान सेगमेंट में अपना बेंचमार्क तय किया है। 2025 के सालाना आंकड़ों के हिसाब से Virtus का मार्केट शेयर 32% तक पहुंच चुका है । ‘Made in India, for India and the World’ टैगलाइन के साथ आई इस जर्मन सेडान ने अपने बोल्ड डिजाइन, जबरदस्त परफॉर्मेंस और शानदार बिल्ड क्वालिटी के दम पर भारत में एक लॉयल फैन बेस तैयार कर लिया है। ड्राइविंग का मजा लेने वाले ग्राहकों के लिए यह कार परफेक्ट पैकेज बनकर सामने आई है।

Volkswagen Virtus दो टर्बो पेट्रोल इंजन ऑप्शंस में उपलब्ध है — 1.5 लीटर TSI और 1 लीटर TSI। 1.5L इंजन 5,000-6,000 rpm पर 148 bhp पावर और 1,600-3,500 rpm पर 250 Nm टॉर्क देता है। इसमें 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड ड्यूल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। वहीं, 1.0L इंजन 5,000-5,500 rpm पर 114 bhp और 1,750-4,500 rpm पर 178 Nm टॉर्क देता है। भारत में इसकी कीमतें ₹11.56 लाख से शुरू होकर ₹19.40 लाख तक जाती हैं (एक्स-शोरूम, दिल्ली)। SUV की बढ़ती भीड़ के बीच Virtus ने सेडान सेगमेंट में अपने लिए खास पहचान बनाई है और साबित कर दिया है कि स्टाइल, परफॉर्मेंस और क्वालिटी का सही कॉम्बिनेशन ग्राहकों को हमेशा आकर्षित करता है।