नई दिल्ली : Force Motors और BMW ने मिलकर इंडिया में 1 लाख इंजन बना लिए हैं। ये इंजन चेन्नई के उस प्लांट में बने हैं, जिसे खास तौर पर BMW की गाड़ियों के इंजन बनाने के लिए तैयार किया गया था। भारत-जर्मनी की ये साझेदारी भरोसेमंद और लंबे समय तक चलने वाली है। ‘मेक इन इंडिया’ सपना अब हकीकत बन रहा है। Force Motors ने दिखा दिया कि एक भारतीय कंपनी भी ग्लोबल ब्रांड के साथ मिलकर वर्ल्ड-क्लास टेक्नोलॉजी बना सकती है। 100,000वां इंजन इस भरोसे, मेहनत और क्वालिटी का मजबूत सबूत है।
चेन्नई का ये इंजन प्लांट 2015 में खासतौर पर भारत में बनने वाली BMW कारों के इंजन तैयार करने के मकसद से बनाया गया था। BMW की गाड़ियों के दिल इंजन अब भारत में ही बनाए जाते हैं। यह पूरी तरह ऑटोमेटेड असेंबली लाइन है। यहां इंसानों की जगह मशीनें सटीक तरीके से काम करती हैं। इंटरनैशनल क्वालिटी चेक सिस्टम है। हर स्टेप पर कंप्यूटर से मॉनिटरिंग और कंट्रोल, यानी कोई गलती की गुंजाइश नहीं है। प्रशिक्षित प्रोफेशनल स्टाफ है। चेन्नई का यह प्लांट BMW के वर्ल्डवाइड मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम से पूरी तरह मेल खाता है।
BMW और Force Motors की पार्टनरशिप सिर्फ एक कारोबार नहीं है, बल्कि भारत और जर्मनी की टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप का शानदार उदाहरण है। दोनों कंपनियां मिलकर भारत में ही BMW गाड़ियों के लिए हाई-परफॉर्मेंस इंजन बना रही हैं। अब BMW की कई मशहूर कारों के इंजन जर्मनी से आयात नहीं होते बल्कि यहीं भारत में बनाए जाते हैं। इससे ये साबित होता है कि भारत अब ग्लोबल लेवल की टेक्नोलॉजी को देश के अंदर ही तैयार करने में पूरी तरह सक्षम है। BMW और Force Motors की यह पार्टनरशिप न सिर्फ तकनीक में कमाल कर रही है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ विज़न को सच कर रही है।