नई दिल्ली: इंडिया में पारित हुए Promotion and Regulation of Online Gaming Bill, 2025 ने क्रिकेट और विज्ञापन की दुनिया में भूचाल ला दिया है। नए कानून के तहत अब Real Money Gaming (RMG) और Fantasy Sports के विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इसका सीधा असर IPL की विज्ञापन से होने वाली कमाई पर पड़ेगा, जहां हर साल Dream11, My11Circle, MPL और Real Cricket जैसे ब्रैंड्स अपने ऐड का 80-90% एड बजट सिर्फ IPL पर खर्च करते थे। 2025 के IPL सीज़न में ही इन कंपनियों ने लगभग 2,000 करोड़ खर्च किए थे, जो IPL की कुल 5,000 करोड़ एड कमाई का 40% था।
BCCI की कमाई में सबसे बड़ा हिस्सा मीडिया राइट्स (₹9,678 करोड़, 2025) से आता है, लेकिन RMG स्पॉन्सरशिप भी बड़ी आय थी। अब टीम-लेवल स्पॉन्सरशिप जैसे Dream11 का पांच टीमों के जर्सी पर होना भी मुश्किल हो जाएगा। डिजिटल विज्ञापन जगत पर सबसे पहले असर पड़ेगा। Meta, Google, प्रोग्रामेटिक नेटवर्क्स, OTT और मिड-टियर इन्फ्लुएंसर्स सबकी कमाई घटेगी। प्रिंट, टीवी और आउटडोर सेक्टर भी बड़ी चोट झेलेंगे। विशेषज्ञ मानते हैं कि: सिर्फ डिजिटल में ही 3,000-4,500 करोड़ रुपये का झटका लगेगा। अगर सभी मीडिया को जोड़ा जाए तो यह आंकड़ा 5,000-7,000 करोड़ रुपये तक जा सकता है।
किसी भी तरह का ऑनलाइन मनी गेम्स का विज्ञापन, सोशल मीडिया प्रमोशन या इन्फ्लुएंसर कैंपेन अब गैरकानूनी होगा। उल्लंघन पर दो साल की जेल या 50 लाख रुपये का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। खेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में कहा – “यह सामाजिक बुराई है, जिस पर सख्त कार्रवाई ज़रूरी है। विशेषज्ञ कहते हैं कि RMG का पैसा गायब नहीं होगा, बल्कि e-commerce, fintech, utility apps और non-RMG gaming में शिफ्ट होगा। कुछ बजट CRM, WhatsApp मार्केटिंग, रेफरल और लॉयल्टी प्रोग्राम्स में भी जाएगा। लेकिन IPL जैसी स्पोर्ट्स प्रॉपर्टीज़ और न्यूज़ पब्लिशर्स की आमदनी पर भारी दबाव बनेगा। Online Gaming Bill, 2025 के पारित होने के बाद IPL से RMG और Fantasy Sports ब्रैंड्स की विदाई होगी। अब IPL को अब नए एडवरटाइज़र तलाशने होंगे।