नई दिल्ली: इंडिया दुनिया के सबसे तेजी से 5G अपनाने वाले देशों में से एक बन गया है। इंडिया में 5G नेटवर्क के 360 मिलियन से ज्यादा यूज़र हैं। 5G नेटवर्क अब देश की 80% आबादी तक पहुँच चुका है। Ericsson प्रमुख कम्युनिकेशन सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ मिलकर सुरक्षित और हाई-परफॉर्मेंस नेटवर्क दे रहा है। कंपनियां 5G का इस्तेमाल करके उत्पादकता बढ़ा सकती हैं और सस्टेनेबल तरीके से काम कर सकती हैं।
इंडिया अब दुनिया के सबसे तेजी से 5G अपनाने वाले देशों में से एक है। यहां 360 मिलियन से ज्यादा 5G सब्सक्राइबर्स हैं और नेटवर्क देश की 80% आबादी को कवर करता है। Ericsson प्रमुख कम्युनिकेशन सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ मिलकर सुरक्षित और हाई-परफॉर्मेंस नेटवर्क देने और उद्यमों को 5G के जरिए उत्पादकता और सस्टेनेबिलिटी बढ़ाने में मदद कर रहा है।
IMC 2025 में Ericsson ने G-enabled Grain ATM “Annapurti” World Food Programme के साथ मिलकर बनाया । Aadhaar-आधारित बायोमेट्रिक्स से सिर्फ 30 सेकंड में 25-30 किलो अनाज वितरित करता है। Shillong, Varanasi, Gorakhpur, Lucknow और Bhopal में ग्रेन एटीएम है। अगले साल 23 नई मशीनें पूरे भारत में लगाई जाएंगी। यह मशीन त्वरित और सुरक्षित तरीके से सरकारी राशन योजनाओं में अनाज उपलब्ध कराती है, 5G कनेक्टिविटी वाला हैंडहेल्ड डिजिटल स्टेथोस्कोप में ECG सिस्टम एम्बेडेड है। यह IIT Madras और Ericsson रिसर्च का प्रोजेक्ट है। दूर-दराज़ इलाकों में हृदय की मॉनिटरिंग रियल-टाइम में संभव बनाता है। डॉक्टर दूर बैठकर भी मरीज की दिल की जांच कर सकते हैं, और स्वास्थ्य सेवाएँ ज्यादा जगहों तक पहुँचती हैं।
रोबोटिक डॉग में सेंसर और HD कैमरा लगा है, जो रेलकार की स्वचालित जांच करता है। प्राइवेट 5G नेटवर्क के जरिए AI-ड्रिवन डिफेक्ट डिटेक्शन करता है। इंसानों की जगह रोबोट तेजी से और सुरक्षित तरीके से रेलकार की जांच करता है। इंडिया में 8.4 मिलियन FWA सब्सक्राइबर्स हैं, जिनमें 40% ग्रामीण क्षेत्र में हैं। वायरलेस इंटरनेट फाइबर जैसी स्पीड प्रदान करता है। ट्रेन की यात्रा के दौरान भी 5G की मदद से इंटरनेट, मनोरंजन और काम आसानी से किया जा सकता है।
