INDIA का EV मूड ऑन फायर : इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ी बिक्री, पर चार्जिंग स्टेशन कम

नई दिल्ली: इंडिया में EV की रफ्तार 2025 में पहले से कहीं तेज़ हो चुकी है। HERE Technologies और SBD Automotive की ओर से जारी किए गए 2025 HERE–SBD EV Index ने इसे साबित किया है, जिसमें इंडिया लगातार दूसरे साल शामिल हुआ है। आंकड़ों से जाहिर होता है कि देश में इलेक्ट्रिक कारों की मांग इंफ्रास्ट्रक्चर से आगे निकल चुकी है। लोग तेजी से EV खरीद रहे हैं, पर चार्जिंग नेटवर्क उतनी ही तेजी से नहीं बढ़ पा रहा।

Index में 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया गया। चंडीगढ़, कर्नाटक और गोवा ने EV तैयारी के मामले में सबसे ऊपर जगह बनाई है। चंडीगढ़ ने फिर पहला स्थान हासिल किया, कर्नाटक दूसरे स्थान पर है, जबकि गोवा देश में सबसे ज्यादा BEV शेयर (0.91%) के साथ टॉप-3 में है। दिल्ली चार्जिंग स्टेशन में सबसे आगे है। देश की राजधानी में हर 9 किमी पर एक चार्जिंग स्टेशन है।

इंडिया में EVs की रफ्तार तो बढ़ रही है, पर इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव भी उसी गति से बढ़ रहा है। 2024 से 2025 के बीच देश में 6,800 नए चार्ज पॉइंट्स जोड़े गए, लेकिन चार्जर की एवरेज पावर क्षमता 33 kW पर अटकी रही।चार्जिंग तकनीक अभी भी धीमी है। BEV–to–charger रेश्यो 12:1 से बढ़कर 20:1 हो गया। चार्जिंग सुविधा EV खरीदारों की बढ़ती संख्या के मुकाबले पीछे छूट रही है।
FAME II खत्म होने के बाद PM E-DRIVE ने EV की बिक्री की रफ्तार खासतौर पर 2- और 3-व्हीलर सेगमेंट में आगे बढ़ाया है। कारों को अप्रत्यक्ष रूप से टैक्स कटौती और PLI स्कीम से फायदा मिल रहा है।

इंडिया के कंज्यूमर्स इस बदलाव को दिल से अपनाने के लिए तैयार हैं। सर्वे के मुताबिक इंडियन EV मालिकों की औसत उम्र सिर्फ 35 साल है, जो अमेरिका और यूरोप से काफी कम है। 90% इंडियन EV यूज़र्स को भरोसा है कि भारत आने वाले समय में मजबूत EV इंफ्रास्ट्रक्चर बना लेगा। लगभग 49% लोगों का मानना है कि 2030 तक आधे से ज्यादा गाड़ियां इलेक्ट्रिक होंगी। हालांकि चुनौतियां भी हैं, फिर भी इंडिया की EV यात्रा जोश, उम्मीद और बदलाव की ताकत के साथ तेजी से बढ़ रही है।