थोड़ी देर लगेगी पर… Samsung Galaxy वॉच बनेगी याददाश्त की पहरेदार, भूलने पर देगी सिग्नल

नई दिल्ली: स्मार्टफोन और वॉच अब सिर्फ आपकी नींद, दिल की धड़कन या कदम गिनने तक ही काम के नहीं रहेंगे। साउथ कोरिया की दिग्गज कंपनी Samsung ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है, जो आपके रोज़मर्रा के फोन और वॉच यूज़ से Alzheimer’s (भूलने की बीमारी) का शुरुआती अंदेशा पकड़ सकती है। पहले आप स्मार्टवॉच से सिर्फ अपने कदम, दिल की धड़कन या नींद देख पाते थे। अब Samsung की नई टेक्नोलॉजी से ये आपके दिमाग की सेहत पर भी नजर रख पाएगी।

आप मोबाइल पर कितनी जल्दी टाइप करते हैं, कितनी गलतियां होती हैं, ये सब दिमाग के काम करने का संकेत देता है। अगर अचानक बहुत बदलाव दिखे तो ये पहले संकेत हैं कि दिमाग धीमा हो रहा है। अगर आपकी दोस्तों से बात करने की आदत, मैसेजिंग या सोशल मीडिया यूज़ अचानक बदल जाए, तो ये भी दिमाग में कुछ बदलाव का संकेत हो सकता है। नींद की क्वालिटी या आपके बोलने के तरीके में बदलाव भी यह दिखा सकते हैं कि दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा। Galaxy Watch आपके चलने के पैटर्न को ट्रैक करेगी। जैसे कदम उठाने की रफ्तार, संतुलन या चाल में बदलाव—ये सब दिमाग की स्थिति का संकेत देते हैं। फोन और वॉच सारे डेटा को मिलाकर आपकी दिमागी क्षमता का एक डिजिटल नक्शा तैयार करकता है। अगर इसमें कोई गड़बड़ी या गिरावट दिखे तो ये आपको शुरुआती अलर्ट दे सकते हैं।

Samsung की यह रिसर्च डेनमार्क में हुई IEEE इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में टॉप 7% सबसे बेहतरीन स्टडीज़ में शामिल हुई। ये सिर्फ एक आइडिया या प्रोटोटाइप नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक स्तर पर भरोसेमंद साबित हुई रिसर्च है। कंपनी का दावा है कि ये डिजिटल टेस्ट अस्पताल में होने वाले डिमेंशिया चेक-अप जितना सटीक और भरोसेमंद हो सकता है। अभी ये तकनीक शुरुआती स्टेज में है। लेकिन आने वाले कुछ सालों में, आपका Galaxy फोन या वॉच Alzheimer’s जैसी गंभीर बीमारी के शुरुआती संकेत पकड़कर आपको पहले ही चेतावनी दे सकता है। जल्द ही आपका फोन और वॉच आपकी याददाश्त और दिमाग की सेहत की पहरेदारी करने लगेगी।