नई दिल्ली: इंडियन सड़कों की ‘चहेती’ और Maruti Suzuki की सबसे भरोसेमंद कारों में से एक WagonR ने आज उत्पादन का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। Maruti Suzuki India Limited ने घोषणा की है कि WagonR ने अपनी तीन पीढ़ियों के सफर में 35 लाख यूनिट्स के संचयी उत्पादन (Cumulative Production) का मील का पत्थर पार कर लिया है। दिसंबर 1999 में अपनी शुरुआत करने वाली वैगनआर अब ऑल्टो और स्विफ्ट जैसे दिग्गज मॉडलों की उस विशेष श्रेणी में शामिल हो गई है, जिन्होंने भारत में इस विशाल आंकड़े को छुआ है।
| विवरण | जानकारी |
| लॉन्च तिथि (भारत) | दिसंबर 1999 |
| कुल भारतीय उत्पादन | 35 लाख यूनिट्स |
| विनिर्माण केंद्र | गुड़गांव और मानेसर (हरियाणा) |
| वैश्विक संचयी बिक्री | 1 करोड़ यूनिट्स (अगस्त 2025 में हासिल) |
| उपलब्धता | दुनिया भर के 75 से अधिक देशों में |
‘टॉल-बॉय’ डिज़ाइन और ग्राहकों का अटूट भरोसा
Maruti Suzuki India के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने इस अवसर पर खुशी जाहिर करते हुए कहा,
“लॉन्च होने के 25 साल बाद भी किसी वाहन को ऐसी स्वीकार्यता मिलना दुर्लभ है। WagonR ने अपने मूल डीएनए—प्रतिष्ठित टॉल-बॉय डिज़ाइन, विशाल इंटीरियर और बेहतरीन ईंधन दक्षता को बनाए रखते हुए नई तकनीक के साथ खुद को ढाला है। यह 35 लाख का आंकड़ा ग्राहकों के उस स्थायी प्यार और विश्वास का प्रतीक है जो पीढ़ियों से चला आ रहा है।”
वैश्विक स्तर पर दबदबा
WagonR केवल इंडिया ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुजुकी का एक मजबूत स्तंभ है:
शुरुआत: जापान में सबसे पहले सितंबर 1993 में पेश की गई थी।
उत्पादन केंद्र: जापान, भारत, हंगरी और इंडोनेशिया।
बड़ा रिकॉर्ड: अगस्त 2025 में WagonR ने वैश्विक स्तर पर 1 करोड़ यूनिट्स की बिक्री का महा-रिकॉर्ड बनाया था।
क्यों खास है वैगनआर
इंडियन फैमिलीज के लिए WagonR एक कार से कहीं बढ़कर है। इसकी स्पेशियस केबिन, आसानी से अंदर आने और बाहर निकलने की सुविधा (Easy Ingress/Egress), और कम मेंटेनेंस लागत ने इसे पहली बार कार खरीदने वालों और कमर्शियल सेगमेंट दोनों में लोकप्रिय बनाए रखा है।
