नई दिल्ली: इंडियन ऑटोमोबाइल मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी Maruti Suzuki India Limited (MSIL) ने अगस्त 2025 के अपने बिक्री आंकड़े जारी कर दिए हैं, जो एक दिलचस्प और जटिल कहानी बताते हैं। जहाँ कुल बिक्री में मामूली गिरावट दर्ज की गई, वहीं कंपनी ने अपनी नई रणनीतिक दिशा का संकेत देते हुए एक्सपोर्ट में एक ऐतिहासिक वृद्धि हासिल की है। यह दर्शाता है कि मारुति सुजुकी अब सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर है।
आंकड़ों की मुख्य बातें:
कुल बिक्री: अगस्त 2025 में Maruti Suzuki ने कुल 1,80,683 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल के इसी महीने में बेची गई 1,81,782 यूनिट्स की तुलना में थोड़ी कम है।
घरेलू बिक्री में गिरावट: कंपनी की घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री में 8% की गिरावट देखी गई, जो 1,31,278 यूनिट्स रही। इस गिरावट का मुख्य कारण छोटी कारों के सेगमेंट में आई भारी कमी है।
एक्सपोर्ट में बंपर उछाल: इस गिरावट के बावजूद, कंपनी के एक्सपोर्ट में 40% से अधिक की बंपर वृद्धि दर्ज की गई। Maruti Suzuki ने अगस्त 2024 के 26,003 यूनिट्स की तुलना में इस साल 36,538 यूनिट्स का निर्यात किया।
सेगमेंट-वार प्रदर्शन का विश्लेषण
आंकड़ों को बारीकी से देखने पर कुछ महत्वपूर्ण रुझान सामने आते हैं:
मिनी और यूटिलिटी सेगमेंट में चुनौती: मिनी सेगमेंट, जिसमें Alto और S-Presso जैसी लोकप्रिय कारें शामिल हैं, की बिक्री में भारी गिरावट (35.6%) आई। इसी तरह, Grand Vitara, Brezza और Ertiga जैसे यूटिलिटी वाहनों के सेगमेंट में भी 14% की गिरावट दर्ज की गई। यह दर्शाता है कि ग्राहकों का ध्यान इन सेगमेंट से हटकर कहीं और जा रहा है।
कॉम्पैक्ट सेगमेंट में स्थिरता: Baleno, Dzire, Ignis और Swift जैसी कॉम्पैक्ट कारों ने अपनी पकड़ बनाए रखी। इस सेगमेंट में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जो ग्राहकों के बीच इन मॉडलों की निरंतर लोकप्रियता को दिखाता है।
LCV और Vans का स्थिर प्रदर्शन: LCV सेगमेंट (Super Carry) और वैन सेगमेंट (Eeco) ने स्थिर और सकारात्मक प्रदर्शन दिखाया, जो वाणिज्यिक और उपयोगिता वाले वाहनों के लिए मजबूत मांग का संकेत है।
क्या है इस ‘मिक्सड’ रिपोर्ट का मतलब
Maruti Suzuki की अगस्त 2025 की रिपोर्ट एक दोहरी तस्वीर पेश करती है:
रणनीतिक बदलाव: घरेलू बाजार में भले ही मंदी हो, लेकिन कंपनी ने वैश्विक बाजारों में अपनी पैठ मजबूत करना शुरू कर दिया है। निर्यात में 40% से अधिक की वृद्धि इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि मारुति सुजुकी अपनी वैश्विक रणनीति पर सफलतापूर्वक काम कर रही है।
EVs की ओर ध्यान: बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि छोटी कारों की बिक्री में गिरावट ICE (आंतरिक दहन इंजन) वाहनों से EV (इलेक्ट्रिक वाहनों) की ओर बढ़ते रुझान का संकेत हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि मारुति अपनी पहली EV के लॉन्च के बाद इस सेगमेंट में कैसी रणनीति अपनाती है।