पुणे : इंडिया अब सिर्फ EV बना नहीं रहा बल्कि मोबिलिटी टेक्नोलॉजी का गेम ही बदल रहा है। क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कार आपसे आपकी भाषा में बात करे, आपके मूड को समझे और इंटरनेट के बिना भी स्मार्ट रहे? EV और ऑटो टेक्नोलॉजी की टॉप कंपनियां, पॉलिसीमेकर और इनोवेटर्स पुणे में एक मंच पर इकट्ठा हुए। पुणे में हुए EV & AutoTech Innovation Forum 2025 में इस सोच को हकीकत बनते देखा गया।
पुणे में हुए इस इवेंट में इंडस्ट्री के दिग्गजों ने दिखाया कि भारत ग्लोबल मोबिलिटी इनोवेशन का लीडर बन रहा है। कार अब सिर्फ मशीन नहीं रही, एक चलता-फिरता स्मार्ट सिस्टम बन चुकी है, जो आपकी आदतों, आवाज़ और जरूरतों को खुद ही समझेगी। पुणे के हिंजवाड़ी स्थित विवांता होटल में हुए इस फोरम में देशभर से 300 से ज़्यादा ऑटो इंडस्ट्री लीडर, बड़ी कंपनियों के CXOs, पॉलिसी मेकर्स और टेक इन्वेस्टर्स जुटे।
Konnect Worldwide Business Media के इस इवेंट में स्मार्ट कारों के भविष्य पर ऑटो इंडस्ट्री लीडर्स में चर्चा हुई। कार सिर्फ एक्सिलेरेटर से न चले, एक्सपीरियंस से चले, इस संभावना पर भी चर्चा हुई। आप बोलें “घर चलो”, गाड़ी रास्ता खुद ढूंढ ले। हिंदी, मराठी या किसी भी स्थानीय भाषा में आपकी आवाज़ सुने। इंटरनेट हो या न हो, AI ऑन-डिवाइस ही आपकी बात समझे।
MediaTek के Steven Lee ने कहा कि 2025 से 2030 के बीच भारत का कनेक्टेड कार मार्केट हर साल 18% की रफ्तार से बढ़ेगा। पुणे में हुए इस फोरम में टेक्नोलॉजी का ऐसा कॉकटेल दिखा, जो बताता है कि गाड़ी अब सिर्फ पेट्रोल या बैटरी से नहीं, कोड और क्लाउड से चलेगी। यहां AI और मशीन लर्निंग से चलने वाली स्मार्ट कारों पर फोकस रहा।
अब कार गाड़ी हार्डवेयर नहीं, सॉफ्टवेयर से कंट्रोल होगी। Edge Computing से डाटा प्रोसेसिंग अब गाड़ी के अंदर ही प्रोसेस होंगे। OTA अपडेट्स के फीचर से बिना सर्विस सेंटर गए गाड़ी के फीचर्स अपडेट होंगे। EV चार्जिंग टेक्नोलॉजी Visteon ने साफ कहा – अब कंपनियों का फोकस सिर्फ माइलेज या रेंज पर नहीं, बल्कि AI-पावर्ड डिजिटल कॉकपिट पर है। Event के टेक्निकल ज़ोन में कंपनियों ने अपने नए EV मॉडल और स्मार्ट फीचर्स डेमो में दिखाए।