नई दिल्ली: इंडिया में Renault की नई रफ्तार शुरू हो चुकी है। ग्रुप ने भारत में अपनी मौजूदगी को मजबूत बनाते हुए चेन्नई स्थित Renault-Nissan Automotive India Pvt. Ltd. (RNAIPL) प्लांट में Nissan का बचा हुआ 51 फीसदी हिस्सा भी खरीद लिया है। अब यह प्लांट पूरी तरह Renault Group के स्वामित्व में आ गया है। इस प्लांट से भविष्य में कंपनी की चार नई गाड़ियां बनाई जाएंगी।
Renault का कहना है कि भारत अब कंपनी की इंटरनेशनल ग्रोथ का मेन सेंटर होगा। 2024 में 7% और 2025 में अनुमानित 3.5% ग्रोथ के साथ भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटो बाजार है। Renault की नई रणनीति की शुरुआत नई Triber से होगी, जिसके बाद तीन और मॉडल पेश किए जाएंगे। Renault ने भारत में अपने ऑपरेशंस को नई दिशा देने के लिए Stéphane Deblaise को 1 सितंबर 2025 से CEO – Renault Group India नियुक्त किया है। 2010 से चल रहा Renault-Nissan का चेन्नई प्लांट अब पूरी तरह Renault Group के कब्जे में है। अब तक चेन्नई प्लांट से 2.8 मिलियन गाड़ियों का निर्माण हो चुका है, जिनमें से 1.2 मिलियन गाड़ियां विदेश में एक्सपोर्ट की गईं। सिर्फ गाड़ियां ही नहीं, यहां से अब तक 4.6 मिलियन इंजन और गियरबॉक्स भी तैयार हुए हैं।
इस प्लांट में सालाना 4 लाख से ज्यादा गाड़ियों के उत्पादन की क्षमता है। Renault का नेटवर्क भारत में 350 से अधिक सेल्स आउटलेट्स तक फैला है। देशभर में 450 से ज्यादा सर्विस पॉइंट्स मौजूद हैं। Renault Group ने भारत को अपनी International Game Plan 2027 का एक अहम स्तंभ बना लिया है।
कंपनी इंडिया को एक बाज़ार नहीं बल्कि ग्लोबल इनोवेशन और प्रोडक्शन हब की तरह विकसित कर रही है। 2024 में इंडिया के ऑटो सेक्टर में 7% की ग्रोथ दर्ज की गई थी और 2025 में भी 3.5% की वृद्धि का अनुमान है। Renault अब भारत को अपनी नई पीढ़ी की गाड़ियों के प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट का सेंटर बना रहा है, जहां से कंपनी दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में गाड़ियां भेज चुकी है। हालांकि चेन्नई प्लांट अब Renault के अधीन होगा, लेकिन यह अब भी Nissan के मौजूदा मॉडल्स का प्रोडक्शन करता रहेगा।