Swaraj Tractors ने रचा इतिहास: 25 लाखवां ट्रैक्टर फैक्ट्री से निकला

मोहाली: Mahindra Group का हिस्सा और भारतीय किसानों की शान Swaraj Tractors ने आज एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने पंजाब के मोहाली स्थित अपने प्लांट से 25 लाखवां ट्रैक्टर बनाकर तैयार कर दिया है। यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि भारतीय किसानों की पीढ़ियों के उस अटूट विश्वास और गहरे भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक है, जो उन्होंने ‘मेरे स्वराज’ पर दिखाया है। यह उपलब्धि और भी खास इसलिए है क्योंकि कंपनी ने 20 लाख ट्रैक्टरों का आंकड़ा 2022 में ही पार किया था। यानी, सिर्फ 3 साल में 5 लाख नए ट्रैक्टर बनाकर स्वराज भारत के सबसे तेजी से बढ़ते ट्रैक्टर ब्रांड के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।

इस ऐतिहासिक क्षण पर M&M Limited के कृषि उपकरण व्यवसाय के अध्यक्ष विजय नाकरा ने कहा, “Swaraj का 25 लाख उत्पादन का आंकड़ा उस विश्वास को दर्शाता है जो किसानों की पीढ़ियों ने ब्रांड पर रखा है। भारत की आत्मनिर्भरता की भावना से प्रेरित स्वराज किसानों को सशक्त बनाता रहेगा और खेती को बदलने और जीवन को समृद्ध बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।”

‘मेरा स्वराज’ – एक ट्रैक्टर नहीं, परिवार का हिस्सा

Swaraj का सफर 1974 में इंडिया के पहले स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित ट्रैक्टर ‘Swaraj 724’ के साथ शुरू हुआ था। हरित क्रांति के दौर में जब देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा था, तब ‘स्वराज’ नाम का जन्म हुआ, जिसका अर्थ है- स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता। दशकों से, स्वराज सिर्फ एक मशीन नहीं, बल्कि भारतीय किसान के परिवार का एक हिस्सा बन गया है। यह एक ऐसी विरासत है जो पिता से पुत्र तक चली आ रही है।

M&M Limited के स्वराज डिवीजन के सीईओ गगनजोत सिंह ने कहा, “Swaraj में हमारे लिए, प्रत्येक ट्रैक्टर सिर्फ़ एक मशीन से कहीं बढ़कर है। यह किसान की प्रगति में एक भागीदार है। 25 लाख का आंकड़ा पार करना हमारी पूरी टीम के लिए गर्व का क्षण है और भारतीय किसानों को उनकी समृद्धि की यात्रा में और अधिक सहयोग देने के लिए एक प्रेरणा है।”

रफ्तार का दूसरा नाम ‘Swaraj

Swaraj की विकास यात्रा beeindruckend रही है:
2002 में 5 लाख ट्रैक्टर का पहला पड़ाव पार किया।
अगले 23 वर्षों में उत्पादन में पाँच गुना वृद्धि करते हुए 25 लाख के आंकड़े तक पहुंचा।
Swaraj के पोर्टफोलियो में स्वराज 855, 735, 744 जैसे प्रतिष्ठित मॉडलों के साथ-साथ हाल ही में लॉन्च की गई ‘नया स्वराज रेंज’ भी शामिल है, जो हर तरह की खेती और हर किसान की जरूरतों को पूरा करती है।

Tata Punch बनी ‘इंडिया की SUV’ : 4 साल से भी कम समय में 6 लाख यूनिट्स पार

मुंबई: इंडियन ऑटोमोबाइल के इतिहास में आज एक नया पन्ना जुड़ गया है। टाटा मोटर्स ने घोषणा की है कि उसकी रिवोल्यूशनरी कॉम्पैक्ट SUV Tata Punch ने 4 साल से भी कम समय में 6 लाख यूनिट्स के उत्पादन का हिस्टोरिकल आंकड़ा पार कर लिया है। यह एक रिकॉर्ड-तोड़ उपलब्धि है जिसने ‘Punch‘ को सचमुच ‘इंडिया की SUV’ बना दिया है।

अक्टूबर 2021 में जब Tata Punch लॉन्च हुई थी तब इसका मक़सद SUV के अनुभव को हर भारतीय तक पहुंचाना था। इसने ‘सब-कॉम्पैक्ट SUV’ नाम से एक बिल्कुल नया सेगमेंट ही बना दिया। अब, ये सिर्फ़ एक कार नहीं बल्कि विश्वास, स्टाइल और विश्वसनीयता का प्रतीक बन गई है, चाहे व्यस्त शहर की सड़कें हों या दूरदराज के इलाके। 2024 में तो ये देश की सबसे ज़्यादा बिकने वाली कार भी बनी, जो इसकी ज़बरदस्त लोकप्रियता का प्रमाण है।

पंच: ‘नए भारत’ की पहचान

Tata Passenger Mobility Limited के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विवेक श्रीवत्स ने इस उपलब्धि पर कहा, “पंच एक नए इंडिया की भावना का प्रतीक है – साहसी, आत्मविश्वासी और अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तैयार। 6 लाख की उपलब्धि सिर्फ़ एक उत्पादन मील का पत्थर नहीं बल्कि 6 लाख से ज़्यादा इंडियन के उस अपार विश्वास का प्रतिबिंब है, जिन्होंने इस वाहन पर भरोसा किया।” उन्होंने आगे कहा, “यह देखना ख़ासकर उत्साहजनक है कि कैसे पंच इतने सारे पहली बार कार खरीदने वालों के लिए स्वाभाविक पहली पसंद बन गई है। पंच सिर्फ़ एक कार नहीं – यह एक सफल ब्रांड है जिसने एक सांस्कृतिक बदलाव को जन्म दिया है और यह परिभाषित किया है कि भारत अपने परिवार की पहली कार से क्या उम्मीद करता है।”

पंच की सफलता के पीछे के राज़: ‘लोगों की SUV’ क्यों बनी

पहली पसंद, ख़ासकर महिलाओं के लिए: लगभग 70% पंच ICE (पेट्रोल) मालिक पहली बार कार खरीद रहे हैं! यह सुविधा, सुरक्षा और SUV स्टाइल का बेहतरीन मेल है। महिला ड्राइवरों में भी इसकी ज़बरदस्त लोकप्रियता है, ख़ासकर इसका कॉम्पैक्ट डिज़ाइन, हाई ग्राउंड क्लीयरेंस और शानदार रोड व्यू उन्हें बहुत पसंद आता है। कमाल की बात तो ये है कि 25% Punch.ev (इलेक्ट्रिक) मालिक महिलाएं हैं, जो इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में उनकी बढ़ती भागीदारी का संकेत है!
हर जगह फिट: पंच का आकर्षण शहरों और गाँवों, दोनों जगह फैला हुआ है। इसकी बिक्री में टियर 1 शहरों से 24%, टियर 2 से 42% और टियर 3 कस्बों से 34% की हिस्सेदारी है, जो इसकी देश भर में गहरी पहुंच को दर्शाता है।
सेगमेंट की पहचान: अक्टूबर 2021 में लॉन्च होने के बाद से, पंच ने अपने दमदार डिज़ाइन, ज़बरदस्त परफ़ॉर्मेंस और 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग (ICE और EV दोनों वेरिएंट में ग्लोबल NCAP और भारत NCAP से) के साथ कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट को पूरी तरह से बदल दिया है।

अनडिस्प्यूटेड लीडर:

Tata Motors की कुल यात्री वाहन बिक्री में 36% हिस्सेदारी
सब-कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट (वित्त वर्ष 25) में 38% की मार्केट शेयर
साल-दर-साल 15% की मज़बूत वृद्धि
20 से ज़्यादा प्रतिष्ठित ऑटोमोटिव पुरस्कार जीत चुकी है
पेट्रोल, CNG और EV – तीनों पावरट्रेन विकल्पों में उपलब्ध

“इंडिया की SUV” अभियान के साथ जश्न

इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए Tata Motors ने एक नया राष्ट्रव्यापी अभियान “इंडिया की SUV” शुरू किया है। यह अभियान उन लाखों भारतीयों का जश्न मनाता है, जिन्होंने टाटा पंच को अपने जीवन का हिस्सा बनाया है। यह सुरक्षा के प्रति जागरूक परिवारों, शहर के एडवेंचर के दीवानों, टियर 2 और 3 शहरों के युवाओं, और पहली बार कार खरीदने वालों – सभी की कहानियों को दिखाता है। 6 लाख से ज़्यादा टाटा पंच के साथ यह अभियान सिर्फ़ एक उपलब्धि का सम्मान नहीं करता बल्कि उन विविध यात्राओं का भी सम्मान करता है जो इसे यहां तक ले आईं – हर यात्रा उद्देश्य, गौरव और संभावना से प्रेरित है। ‘इंडिया की SUV’ उस राष्ट्र की भावना को श्रद्धांजलि है जो साहसपूर्वक और एकजुटता से आगे बढ़ रहा है।

Made in India Skoda : 5 लाख कारों के साथ दुनिया में नई उड़ान

नई दिल्ली : यूरोपियन स्टाइल की इंजीनियरिंग और इंडियन जज़्बे के मेल से जब कार बनती है, तो सिर्फ गाड़ी नहीं, लोगों के भरोसे की चलती-फिरती मिसाल बनती है। Skoda Auto Volkswagen India ने भारत में 5,00,000वीं कार बनाकर इसी भरोसे के हाइवे पर उड़ान भरी है। पुणे और छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) की अत्याधुनिक फैक्ट्रियों में बनी यह गाड़ियां न सिर्फ भारत की सड़कों पर दौड़ रही है, बल्कि अब दुनिया के बाजारों में भी Made in India Skoda का डंका बज रहा है।

कंपनी की करीब 70% गाड़ियों का निर्माण पुणे प्लांट में हुआ, बाकी छत्रपति संभाजीनगर से निकलीं। 2001 में पहली Octavia लॉन्च करने के बाद से Skoda की भारत में मौजूदगी लगातार मजबूत होती गई है। इस दौरान कंपनी ने Octavia, Superb और Kodiaq जैसे प्रतिष्ठित मॉडल्स पेश किए, जो प्रीमियम सेगमेंट में लोगों की पसंद बने। अब कंपनी ने भारत को ध्यान में रखकर Kushaq और Slavia जैसे मॉडल्स लॉन्च किए हैं। आने वाले समय में नई सब-4 मीटर SUV ‘Kylaq’ के साथ किफायती सेगमेंट में भी दस्तक देने जा रही है। Skoda की कारें अब वियतनाम में भी असेंबल हो रही हैं। कंपनी की से ग्लोबल ऑटो प्लेयर बनने की रफ्तार तेज हो चुकी है। Skoda की यह उपलब्धि (माइलस्टोन) इंडिया में बने वाहनों को दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ी कामयाबी है। यह “Make in India – for the World” के इंडियन गवर्नमेंट के विजन को साकार करती है।

Skoda Auto Volkswagen India के CEO पीयूष अरोड़ा बोले, “हमने केवल पांच लाख कारों की बिक्री ही नहीं की हैं, बल्कि 5 लाख रिश्ते हमने भारत के ग्राहकों से बनाए हैं। इस उपलब्धि के पीछे दशकों की तैयारी, टेक्नोलॉजी और टीम वर्क है। पुणे और छत्रपति संभाजीनगर की दो हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लोकल टैलेंट और ग्लोबल स्टैंडर्ड टेक्नोलॉजी का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है। Škoda के लिए ये माइलस्टोन सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक नई उड़ान की रनवे है। Škoda की इस रफ्तार में ‘Make in India – for the World’ सिर्फ एक नारा नहीं, हकीकत बन चुका है।

EV रेस में Revolt का जलवा : 50,000वीं बाइक तैयार, 3 लाख का टारगेट सेट

नई दिल्ली/मुंबई : देश की नंबर 1 इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल ब्रैंड Revolt Motors ने अपनी 50,000वीं इलेक्ट्रिक बाइक बनाकर खास मुकाम हासिल कर लिया है। ये बाइक कंपनी के अत्याधुनिक मानेसर (हरियाणा) स्थित प्लांट से रोल आउट हुई है। ये आंकड़ा सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि लाखों लोगों के उस भरोसे और बदलाव का प्रतीक है जो भारत को स्वच्छ, स्मार्ट और टिकाऊ ट्रांसपोर्ट की ओर ले जा रहा है। Revolt Motors 2026 के आखिर तक हर साल 3 लाख इलेक्ट्रिक बाइक बनाने की क्षमता हासिल करना चाहती है। दो सालों में कंपनी अपना प्रोडक्शन लगभग दोगुना करेगी। Revolt अपने डीलरशिप नेटवर्क को 400 शहरों तक ले जाने की तैयारी में है।

50,000वीं बाइक कंपनी की नई हाई-परफॉर्मेंस रेंज में शामिल RV1+ मॉडल है, जो Titan Red Silver कलर में तैयार की गई है। यह बाइक Revolt की उस सोच का नतीजा है जिसमें टेक्नोलॉजी, डिज़ाइन और पर्यावरण – तीनों का संतुलन है। हर बाइक न सिर्फ भारत में बनाई जा रही है, बल्कि भारत के लिए खासतौर पर डिज़ाइन भी की गई है। Revolt Motors ने बीते कुछ सालों में अपनी मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल नेटवर्क दोनों को काफी तेजी से बढ़ाया है। मानेसर स्थित यह प्लांट हर साल 1.8 लाख यूनिट बनाने की क्षमता रखता है। फिलहाल Revolt की भारत भर में 200 से ज्यादा डीलर हैं।

Revolt Motors आज भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ती इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल कंपनी बन गई है। इसके प्रमुख मॉडल जैसे RV400, RV1+ और RV BlazeX स्मार्ट राइडिंग मोड्स, रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग, शानदार बैटरी बैकअप और मजबूत सस्पेंशन जैसी खूबियों से लैस हैं। Revolt अबदक्षिण एशिया के देशों जैसे नेपाल, श्रीलंका और मिडिल ईस्ट जैसे दुबई, ओमान में  अपना विस्तार कर रही है।