Škoda और SaveLIFE का सड़क सुरक्षा मिशन कामयाब, NH-19 पर हादसों में आई कमी

पुणे: इंडिया के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर Škoda Auto Volkswagen India (SAVWIPL) और SaveLIFE Foundation ने मिलकर उत्तर प्रदेश के आगरा–इटावा–चकेरी सेक्शन (NH-19) पर चल रहे Zero Fatality Corridor प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस पहल से यहां सड़क हादसों में 7.5% की कमी आई और 7.2 लाख से ज्यादा यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का भरोसा मिला। दो साल पहले यह हाइवे खतरनाक माना जाता था। बहुत सारे ब्लाइंड स्पॉट, खराब रोड डिज़ाइन और लापरवाह ड्राइविंग की वजह से यहां हादसे और मौतें ज्यादा होती थीं।

नवंबर 2022 से इस प्रोजेक्ट ने NH-19 के सबसे खतरनाक हिस्से को निशाने पर लिया। SAVWIPL और SaveLIFE Foundation ने मिलकर खतरनाक मोड़ और खराब डिज़ाइन वाली जगहों को ठीक किया। क्रैश बैरियर और पैदल चलने के सुरक्षित ज़ोन बनाए। ट्रैफिक कानून लागू करने के लिए कैमरे और चालान सिस्टम लगाए। हादसों के वक्त तुरंत मदद के लिए 300+ लोगों को लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग दी। पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग, NHAI और लोकल प्रशासन को साथ जोड़ा। 16,000 से ज्यादा सड़क खतरों में से 7,000 से ज्यादा सड़कों की मरम्मत हुई।

नए क्रैश बैरियर, स्पीड ब्रेकर, और पैदल यात्रियों के लिए कई सुविधाओं की व्यवस्था की। 300+ फर्स्ट रिस्पॉन्डर को बेसिक ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग दिलाई गई। 150+ ट्रक ड्राइवरों को सुरक्षित ड्राइविंग तकनीक सिखाई गई। हाइवे के ऐसे पॉइंट्स पर 13 बड़े होर्डिंग्स लगाए गए, जहां ड्राइवर का ध्यान आसानी से जाए।हाइवे किनारे ढाबों पर पोस्टर, पेंटिंग या बोर्ड लगाए गए, क्योंकि ट्रक ड्राइवर और लंबी दूरी के यात्री वहीं रुकते हैं, तो मैसेज सीधा टारगेट ऑडियंस तक पहुँचे। हिंदी और इंग्लिश में पम्फलेट छपवाए गए, जिससे सभी को अपने भाषा में साफ-साफ सुरक्षा नियम समझ आएं।

यह SAVWIPL का दूसरा Vision Zero Fatality Corridor प्रोजेक्ट है। इससे पहले मुंबई–पुणे हाईवे पर हादसों में 61% की कमी दर्ज की गई थी। NH-19 का मॉडल पूरे भारत में रोड सेफ्टी सुधारने के लिए एक ब्लूप्रिंट बन सकता है।