नई दिल्ली : दुनिया भर की गाड़ियां अब धीरे-धीरे पेट्रोल-डीजल छोड़कर इलेक्ट्रिक हो रही हैं। International Council on Clean Transportation (ICCT) की ओर से जारी ‘The Global Automaker Rating 2024/2025’ रिपोर्ट में बताया गया है कि कौन सी कंपनी इस बदलाव को सबसे बेहतर तरीके से अपना रही है। रिपोर्ट में दुनिया की 21 सबसे बड़ी कार कंपनियों को रेटिंग दी गई है।
‘The Global Automaker Rating 2024/2025’ की रिपोर्ट में Tata Motors को “Transitioner” (बदलाव की राह पर चलने वाली कंपनियों की लिस्ट) में रखा गया है। 2024 में Tata ने कई नए इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च किए, जिनमें छोटे कमर्शियल वाहन जैसे Ace Mini Truck भी शामिल हैं। Tata Motors बैटरी से चलने वाली गाड़ियों की ऊर्जा खपत में भी दुनिया की नंबर 1 कंपनी बन गई है।
Tata और उसकी ब्रिटिश सहयोगी कंपनी Jaguar Land Rover ने बैटरियों को दोबारा इस्तेमाल करने और उन्हें रिसाइकिल करने पर भी जोर दिया है। Tata Motors ने 2024 में जितनी भी गाड़ियां बनाई या बेचीं, उनमें से हरेक गाड़ी के हिसाब से औसतन 828 रुपये EV की नई इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी, बैटरी सिस्टम, चार्जिंग नेटवर्क, रिसर्च वगैरह पर खर्च किए। 2023 में यह आंकड़ा 756 रुपये प्रति गाड़ी था। इस रिपोर्ट में Tesla और चीन की BYD जैसी कंपनियां टॉप पर हैं। चीन की बाकी कंपनियां जैसे Geely, SAIC और Chery भी तेजी से आगे बढ़ रही हैं। Honda और Nissan जैसे ब्रांड धीरे-धीरे पकड़ बना रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार 2024 में दुनियाभर में बेची गई हर पांच में से एक गाड़ी EV है। टाटाअब इलेक्ट्रिक वाहनों कीदौड़ में केवल शामिल नहीं है, बल्कि मुकाबला करने की स्थिति में आ गई है। Tata ने जिस रफ्तार से पिछले एक साल में बदलाव किया है, वो वाकई काबिले-तारीफ है। अगर Tata इसी ट्रैक पर बनी रहीतो वो दिन दूर नहीं जब एक भारतीय कंपनी दुनिया की टॉप EV कंपनियों को टक्कर देती नजर आएगी।