जून में Ashok Leyland की बसों की बंपर बिक्री ने ट्रकों की सुस्ती पर लगाया ब्रेक

नई दिल्ली : Ashok Leyland की जून 2025 की घरेलू बिक्री जून में कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री की स्टीयरिंग व्हील बसों ने थाम ली। भारी ट्रकों की बिक्री 11% लुढ़क गई, लेकिन बसों की तेज़ रफ्तार ने बाजार को संतुलन कायम रखा। बसों की बिक्री में 56% की जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई। जून 2025 में डोमेस्टिक और एक्सपोर्ट को मिलाकर 15,333 गाड़ियों की बिक्री हुई, जो जून 2024 की तुलना में 3% ज्यादा है। डोमेस्टिक मार्केट में 14,184 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की तुलना में 1 फीसदी कम है। इस मामूली गिरावट के बावजूद बस सेगमेंट में 42% की उछाल ने बाजार पर अपनी पकड़ बनाए रखी।

Ashok Leyland की जून 2025 की घरेलू बिक्री रिपोर्ट जून में भारी ट्रकों की बिक्री 7,417 से घटकर 6,554 यूनिट्स रह गई। इसमें 11% की गिरावट आई । LCV सेगमेंट में छोटे ट्रकों और पिकअप की बिक्री में 2% की हल्की बढ़त जरूर दर्ज हुई, लेकिन असली जान तो बसों ने ही फूंकी।

जनवरी से जून 2025 की अवधि में 44,238 यूनिट्स की बिक्री हुई। वित्त वर्ष की पहली छमाही में भी बसें ही आगे रहीं। सिटी और इंटरसिटी ट्रांसपोर्ट में इस्तेमाल होने वाली बड़ी और भारी बसों की बसों की बिक्री में 2% से लेकर 12% तक की ग्रोथ देखने को मिली, जबकि भारी ट्रकों में 3% की गिरावट रही। शहरों के साथ-साथ इंटरसिटी रूट्स पर भी नई बसों की मांग ज़ोर पकड़ रही है। सरकारी खरीद हो या प्राइवेट ऑपरेटर, सबकी नज़रें अब बसों पर टिक गई हैं। ट्रकों की सुस्ती के बीच बसों ने जून में मार्केट की तस्वीर को ना सिर्फ संभाला, बल्कि अगले महीनों के लिए एक पॉजिटिव ट्रेंड भी सेट किया।